Wednesday, May 31, 2017
Thursday, May 25, 2017
I leave you my creations so that you will have my presence all the days and nights that I am away from you.
https://youtu.be/b_SiBZ8Nqt0
Tuesday, May 23, 2017
इस शख्श को बयान करू कैसे
इस शख्श को बयान करू कैसे,
उसे कभी सोते देखा ना कभी जागते
वो तो चलता गया चलता गया चलता......
न रुका वो कभी, न थका वो कभी,
न दिखा वो किसी को, न देखा किसी को
धुन का रामी, गुण का धनि
आया वो सुक्ष्म,
कर गया नुक्लियर सभी को
न जानता वो किसी को
न जानने देता कभी
कहता बस इतना कि
"रुको मत, चलते चलो,
मंजिल तक पहुँच कर
दूसरी मंजिल कि तलाश ही जीवन है कि
रुको मत... रुको मत... रुको मत...
सौरभ कि कलम से...
Subscribe to:
Posts (Atom)