संगम स्कूल के 10 छात्र छात्राओं द्वारा मानव अधीकारों को याद दिलाने के उद्देश्य से अपनी समझ व् कूँची से ग्राफिटी आर्ट का निर्माण किया । नन्हे हाथों ने सुबह कीे शीत लहरों के बीच जब अपनी कूँची को थाम तो आस पास का जान जीवन वही थाम सा गया ।
आलोक आर्ट गैलरी की 15 फ़ीट ऊँची दीवार पर नन्हैं कलाकारों ने अपनी रचनात्मकता का प्रमाण दिया । और यह भी सन्देश दिया की "प्रत्येक व्यक्ति को स्वतन्त्रता का अधिकार है । साथ ही मूल संविधान द्वारा सत्यापित सात मौलिक अधिकारों को अपनी कलाकृति में पेश भी किया है । (The right to equality, right to freedom, right against exploitation, religious, cultural and educational rights of the right to freedom, right to property and right to constitutional remedies - Seven fundamental rights were originally granted by the Constitution.)
इंटरनेशनल बैकलोरेट एवं कैंब्रिज बोर्ड के कला गुरु सौरभ भट्ट एवं निशा कानावत के निर्देशन में संगम स्कूल के अनुज जोशी, मिताली जैन, लोविष ओझा, हर्षिता दादिच, कृति, चेतना, अमीषा, जानवी आदि विद्यार्थियों ने इतनी बड़ी कलाकृति का निर्माण पहली बार किया । आलोक आर्ट गैलरी व् आलोक विद्यालय के निदेशक श्री गोवेर्धन लाल भट्ट ने नन्हे कलाकारों के इस उत्साह एवं जूनून के लिए सभी कलाकारों को बधाई सन्देश के साथ संगम स्कूल के कला विषयक के विद्यार्थियों की कलाकृतियों को आलोक आर्ट गैलरी में निः शुल्क प्रदर्शित करने का आमंत्रण भी दिया । साथ ही भट्ट ने संगम स्कूल की प्रधानाचार्या को विद्यार्थियों के इस तरह के विकासशील विद्या प्रणाली के लिए बधाई संदेश दिया ।
Saturday, December 24, 2016
Human Rights
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